भारतीय रेलवे ने Tatkal टिकट बुकिंग प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करते हुए एक नया नियम लागू किया है। अब Tatkal टिकट बुक करने के लिए यात्रियों को e-Aadhaar प्रमाणीकरण कराना अनिवार्य कर दिया गया है। यह फैसला जून 2025 के अंत तक लागू किया जाएगा। रेलवे के इस कदम का उद्देश्य दलालों और बॉट्स के जरिये हो रही टिकटों की कालाबाजारी को रोकना है।
ट्रेन में यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों के लिए यह खबर बेहद अहम है, क्योंकि Tatkal टिकट बुकिंग का इस्तेमाल आमतौर पर आपात स्थिति में यात्रा के लिए किया जाता है। ऐसे में नया नियम लागू होने के बाद प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी और असली यात्रियों को टिकट मिलने में आसानी होगी।
अब बिना आधार के नहीं बुक होगा Tatkal टिकट
रेलवे की नई व्यवस्था के तहत Tatkal टिकट बुक करते समय यात्रियों को अपने आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजा जाएगा। इस OTP को वेबसाइट या ऐप पर दर्ज करने के बाद ही टिकट बुकिंग प्रक्रिया पूरी हो सकेगी। यानी अब बिना आधार प्रमाणीकरण के कोई भी व्यक्ति Tatkal टिकट नहीं खरीद सकेगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि फर्जी आईडी और बॉट्स का इस्तेमाल कर बड़ी संख्या में टिकट ब्लॉक करने वाले दलालों पर लगाम लगाई जा सके।
पहले 10 मिनट में किसे मिलेगी बुकिंग की प्राथमिकता?
नए नियम के मुताबिक, Tatkal बुकिंग खुलने के पहले 10 मिनट में केवल वही यात्री टिकट बुक कर पाएंगे, जिनके IRCTC अकाउंट पहले से आधार से सत्यापित हैं। यह प्रावधान इसलिए किया गया है ताकि सही पहचान वाले वास्तविक यात्रियों को पहले टिकट बुक करने का मौका मिले। इस दौरान एजेंट्स को भी टिकट बुक करने की अनुमति नहीं होगी। पहले 10 मिनट के बाद ही अधिकृत एजेंट्स और अन्य यूजर्स के लिए बुकिंग विंडो खुलेगी।
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अब दलालों की नहीं चलेगी चाल
रेलवे ने हाल ही में 2.5 करोड़ से अधिक फर्जी या संदिग्ध IRCTC यूजर आईडी को निष्क्रिय कर दिया है। इसके अलावा टिकट बुकिंग में बॉट्स के इस्तेमाल पर भी सख्त निगरानी रखी जा रही है। नए नियमों के लागू होने के बाद उम्मीद है कि दलालों द्वारा बड़ी मात्रा में Tatkal टिकट ब्लॉक करने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगेगा। इससे genuine यात्रियों को टिकट मिलना पहले की तुलना में ज्यादा आसान हो जाएगा।
अब वेटिंग टिकट वालों को नहीं मिलेगी Sleeper में जगह
रेलवे ने वेटिंग लिस्ट यात्रियों के लिए भी बड़ा फैसला लिया है। 1 मई 2025 से लागू नए नियम के अनुसार, वेटिंग टिकट वाले यात्री अब Sleeper और AC कोच में यात्रा नहीं कर सकेंगे। ऐसे यात्रियों को केवल General (Unreserved) कोच में ही यात्रा की अनुमति होगी। अगर कोई वेटिंग टिकट वाला यात्री आरक्षित कोच में यात्रा करता पाया गया तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा और जरूरत पड़ने पर ट्रेन से उतार भी दिया जा सकता है।
हर बुकिंग पर होगा OTP Verification
अब IRCTC वेबसाइट या मोबाइल ऐप से टिकट बुक करते समय सभी यात्रियों के लिए OTP वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है। यानी बुकिंग के अंतिम चरण में यात्रियों को अपने मोबाइल नंबर पर भेजे गए OTP को दर्ज करना होगा। इस व्यवस्था से टिकट बुकिंग प्रक्रिया में अतिरिक्त सुरक्षा सुनिश्चित होगी और फर्जी बुकिंग की घटनाओं में कमी आएगी।
इन बदलावों से आम यात्रियों को क्या फायदा मिलेगा?
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इन नए नियमों के लागू होने के बाद Tatkal टिकट बुकिंग में पारदर्शिता बढ़ेगी। असली यात्रियों को प्राथमिकता मिलेगी और दलालों के लिए गलत तरीके से टिकट ब्लॉक करना बेहद मुश्किल हो जाएगा। इसके अलावा वेटिंग लिस्ट नियम में बदलाव से Sleeper और AC कोच में उन यात्रियों को ही यात्रा करने का मौका मिलेगा, जिनके पास कन्फर्म टिकट है। इससे कोच में भीड़ कम होगी और यात्रा अनुभव बेहतर होगा।
निष्कर्ष
रेलवे की यह पहल यात्रियों के हित में उठाया गया एक बड़ा कदम माना जा रहा है। नए नियम लागू होने के बाद Tatkal टिकट बुकिंग प्रक्रिया पहले से ज्यादा सुरक्षित और निष्पक्ष हो जाएगी। अब यात्रियों को टिकट बुक करते समय अपने आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर अपडेट रखना जरूरी होगा ताकि OTP वेरिफिकेशन में कोई समस्या न आए। आने वाले दिनों में यह देखा जाना दिलचस्प होगा कि इन बदलावों का व्यावहारिक असर रेलवे के टिकट बुकिंग सिस्टम पर कितना सकारात्मक पड़ता है।

मोहित www.mrbedcollege.com के अनुभवी कंटेंट राइटर हैं। उन्हें योजना, वैकेंसी और एजुकेशन जैसे विषयों पर लेखन का 3 साल का अनुभव है। सीतापुर (उत्तर प्रदेश) निवासी मोहित को नई-नई जानकारियाँ लिखना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुँचाना बेहद पसंद है।