अगर आप भी बार-बार बैंक जाकर KYC अपडेट कराने से परेशान हो चुके हैं, तो अब आपके लिए बड़ी राहत की खबर है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने केवाईसी (KYC) प्रक्रिया को लेकर एक नया और आसान सिस्टम लागू करने का ऐलान कर दिया है। अब बैंक ग्राहकों को केवाईसी अपडेट कराने के लिए बार-बार बैंक शाखाओं में चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी।
RBI के नए नियम के तहत अब बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट यानी बैंक प्रतिनिधि आपके लिए केवाईसी अपडेट का काम करेंगे। ये प्रतिनिधि वही लोग हो सकते हैं जो गांव में बैंकिंग सुविधा पहुंचाने का काम करते हैं, जैसे कि लोकल किराना दुकानदार, बैंक मित्र, या फिर सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़े लोग। खासकर ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए यह बहुत बड़ी राहत साबित होने वाली है।
KYC अपडेट की प्रक्रिया अब होगी आसान
अक्सर देखा गया है कि बहुत से लोग केवाईसी की तारीख आने पर उसे नजरअंदाज कर देते हैं, या जानकारी के अभाव में समय पर अपडेट नहीं करा पाते। नतीजा ये होता है कि उनका बैंक अकाउंट अस्थाई रूप से बंद हो जाता है या लेन-देन रुक जाता है। लेकिन अब RBI ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे ग्राहकों को कम से कम तीन बार KYC अपडेट की याद दिलाएं।
इसमें से एक बार डाक (लेटर) के माध्यम से सूचना देना अनिवार्य होगा। अगर ग्राहक आखिरी तारीख तक KYC अपडेट नहीं कराता है, तो बैंक फिर से तीन बार उसे रिमाइंड करेगा। इसका मतलब यह है कि अब बिना जानकारी के किसी का खाता बंद नहीं किया जा सकेगा।
1 जनवरी 2026 से लागू होंगे नए नियम
RBI ने यह आदेश सभी बैंकों को जारी किया है कि ये नई व्यवस्था 1 जनवरी 2026 से लागू कर दी जाए। यानी कुछ ही महीनों में देशभर के बैंक ग्राहकों को इसका सीधा लाभ मिलने लगेगा। इसके बाद किसी को भी केवाईसी के लिए लंबी कतारों में खड़े होने की जरूरत नहीं होगी।
सरकार से पैसा मिलने में नहीं होगी रुकावट
अक्सर देखा गया है कि जिन लोगों को सरकार की योजनाओं जैसे छात्रवृत्ति, पेंशन, या DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से पैसा मिलना होता है, उनके खाते में सिर्फ इसलिए पैसा नहीं पहुंच पाता क्योंकि उनकी KYC अपडेट नहीं होती। RBI की इस नई व्यवस्था के बाद अब ऐसे मामलों में काफी सुधार आएगा और समय पर लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।
KYC कराने के और भी आसान तरीके
आरबीआई ने पहले से मौजूद कुछ सरल तरीकों को भी दोहराया है जिनसे लोग घर बैठे KYC अपडेट कर सकते हैं।
- वीडियो केवाईसी – बैंक की तरफ से वीडियो कॉल के जरिए केवाईसी कराया जा सकता है। यह अब फेस टू फेस प्रक्रिया जितना ही वैध माना जाता है।
- आधार ई-केवाईसी – आधार कार्ड के जरिए ओटीपी वेरीफिकेशन कर KYC आसानी से अपडेट की जा सकती है।
- सेल्फ डिक्लेरेशन – अगर आपकी KYC जानकारी में कोई बदलाव नहीं है, तो आप खुद मोबाइल, ईमेल, एटीएम या इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से एक घोषणा पत्र देकर इसे अपडेट करा सकते हैं।
बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट से कैसे होगा काम?
अगर आप बैंक नहीं जा सकते या आपके पास समय की कमी है, तो अब आप अपने नजदीकी बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट से संपर्क कर सकते हैं। वे आपकी जानकारी को डिजिटल रूप में बैंक को भेज देंगे और आपका KYC अपडेट हो जाएगा। यह सुविधा खासतौर से उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी है जो गांवों या दूरदराज के इलाकों में रहते हैं। RBI के इस नए कदम से लाखों बैंक ग्राहकों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। यह पहल न सिर्फ समय की बचत करेगी, बल्कि बैंकिंग सेवाओं को और अधिक सुलभ और पारदर्शी बनाएगी।